जीवन क्या है ?
जीवन क्या है?विपदाओं और सुयोग का जोड़ घटाव ही जीवन है । शैशव, यौवन, व्यस्क, प्रौढ़ की पेड़ी चढ़ता जीवन है । संघर्षों में आशाओं को बांधे रखना जीवन है । निराशाओं के मेघ घनेरे, पग-पग मिलना जीवन है । आत्मबल की तपती किरणों से भेद निकलना जीवन है । जो भेद कर निकल गए, … Read more